सागर में रोलेट एक्ट एवं रतौना कसाई खाने के ववरोध में आन्दोलन
Abstract
रोलेट एक्ट के ववरोध में 6 अप्रैल 1919 में पूरे भारत में उपवास एवं सभायें आयोवजत की गयी सागर इससे अछूता नहीं रहा। बापू के सत्याग्रह का ही पररणाम था कक सागर के वनवावसयों ने खादी पहनना, चरखा चलाना, सूत काटना, तकली चलाना, शराब बंदी आकद एक आन्दोलन के रूप में आचरणगत स्वीकार ककये। शराब के अड्डों को उखाड़ फेंका और इस दौरान गौ वध के वलये बने बूचड खानों को भी आन्दोलन प्रेवमयों ने उखाड़ फेंका। सागर के रतोना में "कसाई घर उखाड़ फेंकने की घटना वजले में असहयोग आन्दोलन और बापू का ही प्रभाव था।
How to Cite
Dr. G. R. Chohan. (1). सागर में रोलेट एक्ट एवं रतौना कसाई खाने के ववरोध में आन्दोलन. BIMS International Research Journal of Management and Commerce , 8(1), 34-37. Retrieved from http://bimsirjmc.co.in/index.php/bims/article/view/54
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